Dr Naveen Sharma

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बधिरपन के क्या कारण है ?

आज के दिन के हमारे पास ऐसे टेस्ट है जो की एक दिन के बच्चे को हम बता सकते है की उसको सुनाई कम दे रहा है और कितना कम है। छोटे बच्चो में अक्सर उनके दोनो कानों में बलगम जम जाती है और ये अक्सर होता है एडिनॉइड्स की वजह से होता है। हमे देखना पड़ता है की बच्चा कब से नही सुन रहा और उसने बाद में हियरिंग हेड लगाया है या नही लगाया है। अगर लगाया भी है तो अब बच्चे की उमर क्या है। यही सब देखकर हमे बताना पड़ता है की क्या इलाज किया जाना चाहिए। दो प्रकार की दिक्कत होती है, एक को हम कहते है हियरिंग लॉस जिसमे बच्चे के कान में बलगम जम जाता है और उसके (20–30) डेस्सिबल कम हो जाते है। ऐसे ही अगर कान की हड्डी जम जाती है तो उसे भी हम हियरिंग लॉस ही कहेंगे। लेकिन कोई अगर दोनो कानों से बिलकुल नही सुन पा रहा और अच्छे से अच्छा हियरिंग हेड भी उसकी मदद नहीं कर पा रहे तो इसके बहरापन कहते है। बेहरापन जन्मजात हो सकती है या (aqqiured) मतलब बाद में भी हो सकती है। जन्मजात बेहरापान जैसे ही मां के गर्भ में ही, मां को कोई इन्फेक्शन हो गया जिसे हम अक्सर (Torch) इन्फेक्शन भी कहते है। या फिर मां को कोई ऐसी दवाई दी गई हो जिस से बच्चे के कान हो क्षति पहुंचे जिस से की उसे जन्मजात से न सुनाई दे रहा हो उसे हम कहते जन्मजात बहरापन जिसमे बच्चा अपने जन्म से ही कुछ न सुन पा रहा हो। सुनने की क्षमता में कमी और बहरेपन में आनुवंशिकी भी भूमिका निभा सकती है। कुछ लोग सुनने की हानि के लिए एक आनुवंशिक प्रवृत्ति के साथ पैदा होते हैं, जबकि अन्य इसे ओटोस्क्लेरोसिस जैसी विरासत में मिली स्थितियों के कारण जीवन में बाद में विकसित कर सकते हैं। सुनाई न देने के सबसे सामान्य कारणों में से एक उम्र है। जैसे-जैसे हम बड़े होते जाते हैं, हमारे आंतरिक कान में बालों की कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो सकती हैं, जिससे सुनने की क्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है। इस प्रकार की सुनवाई हानि को प्रेस्बीक्यूसिस के रूप में जाना जाता है, और यह आमतौर पर दोनों कानों को समान रूप से प्रभावित करता है। जबकि सुनाई न देना और बहरेपन के कुछ कारणों को रोका नहीं जा सकता है, आप अपनी सुनने की सुरक्षा के लिए कुछ कदम उठा सकते हैं। सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक जो आप कर सकते हैं वह यह है कि जब भी संभव हो तेज शोर के संपर्क में आने से बचें। इसमें शोरगुल वाले वातावरण में इयरप्लग या शोर-रद्द करने वाले हेडफ़ोन का उपयोग करना शामिल हो सकता है, या बस अपने संगीत या टेलीविजन पर वॉल्यूम कम करना शामिल हो सकता है। सुनने में हानि का एक अन्य कारण तेज आवाज के संपर्क में आना है। इसमें संगीत कार्यक्रम में शामिल होना, तेज मशीनरी के साथ काम करना, या यहां तक ​​कि उच्च मात्रा में हेडफ़ोन के माध्यम से संगीत सुनना शामिल हो सकता है। जब कान लंबे समय तक तेज आवाज के संपर्क में रहता है, तो आंतरिक कान में बालों की कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो सकती हैं, जिससे सुनने मे हानि हो सकती है। एक ऑडियोलॉजिस्ट के साथ नियमित जांच भी सुनने की हानि की शुरुआत में ही पहचान करने में मदद कर सकती है, ताकि अधिक गंभीर होने से पहले इसका इलाज किया जा सके। इसमें श्रवण यंत्र या कर्णावत प्रत्यारोपण जैसी चीजें शामिल हो सकती हैं, जो सुनने और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद कर सकती हैं। एक और भी जरूरी कारण है कान का इन्फेक्शन होना या कान का बहना, ऐसे में भी एक हमारे देश में बहुत प्रचलित है और एक छोटी से प्रोब्लम है की मां ने लिटाकर बच्चे को दूध पिलाती है और वो दूध जो है वो इन्फेक्शन के साथ साथ वो कान में चला जाता है और कान चला जाता है और कान के इन्फेक्शन हो जाता है। यह भी हमारे हियरिंग लॉस होने का या पूरी तरह से बहरापन होने का महत्वपूर्ण कारण है। आज के दिन में हमारे पास ऐसे टेस्ट है जो एक दिन के बच्चे को हम बता सकते है की उसको सुनाई कम दे रहा है और कितना कम दे रहा है। इसी को मद्देनजर रखते हुए एक यूनिवर्सल हियरिंग टेस्टिंग का हमारे देश में एक लॉ है। हर बच्चा जो पैदा होता उसे हमे देखना होता है और उसके सुन ने को हमे जांच करनी पड़ती है और इस टेस्ट को हम कहते है (OAE) टेस्ट, हर बच्चा जो एक दिन का पैदा हुआ है उसका ये टेस्ट होता है। अगर (OAE) फेल या रेफर आता है तो उसमे हमे फिर बेरा टेस्ट करना होता है या फिर (ASSR) टेस्ट करना है। इस से हमे पता लगेगा की बच्चा कितना कम सुन रहा है और कोनसी फ्रीक्वेंसी से में काम सुन रहा है। अगर कोई बड़ा बच्चा हमारे पास आता है 10 से 12 साल का तो उसका हम (Pure tone audiometery) टेस्ट करते है। उसके है उसे लोअर फ्रीक्वेंसी और हायर फ्रीक्वेंसी में आवाज देते हैं और एक ग्राफ प्लॉट किया जाता है जिन से हमे पता चलता है कि बच्चा किंकिन फ्रीक्वेंसी में कितना कितना सुन रहा हैं। अंत में, श्रवण हानि और बहरापन गंभीर स्थितियाँ हैं जो किसी व्यक्ति के जीवन की गुणवत्ता को बहुत प्रभावित कर सकती हैं। जबकि कुछ कारणों को रोका नहीं जा सकता है, अपनी सुनवाई की सुरक्षा के लिए कदम उठाने से इन स्थितियों के विकास के आपके जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है। यदि आप अपनी सुनवाई के बारे में चिंतित हैं, तो रोकथाम और उपचार के लिए अपने विकल्पों पर चर्चा करने के लिए अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से बात करना सुनिश्चित करें।

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